Rajasthan: कुदरत को करीब से जानने की ख्वाहिश रखने वाले अब झीलों के शहर उदयपुर के मेवाड़ बायोडायवर्सिटी पार्क के ‘बटरफ्लाई जोन’ में खामोशी के बीच उड़ती रंग-बिरंगी तितलियों का दीदार कर सकते हैं, करीब दो हेक्टेयर में फैले पार्क में रंग-बिरंगी करीब 83 किस्म की तितलियां पाई जाती हैं।
पार्क में आने वालों का कहना है कि रंग-बिरंगी तितलियों को उड़ते हुए देखने का अहसास सुकून भरा है। वे परिवारों के लिए इसे खास डेस्टिनेशन बताते हैं, मेवाड़ बायोडायवर्सिटी पार्क की शुरूआत इस साल 24 जून को हुई थी। पार्क को तितलियों की ब्रीडिंग के लिए भी बेहतर जगह माना जाता है।
वन अधिकारियों के मुताबिक तितली की जेबरा स्किपर प्रजाति इस पार्क के अलावा पूरे भारत में और कहीं नहीं पाई जाती है। वन विभाग, जिले के कई दूसरे इलाकों में भी इसी तरह के बटरफ्लाई पार्क बनाने की तैयारी कर रहा है।
बटरफ्लाई एक्सपर्ट मुकेश पवार ने बताया कि “बटरफ्लाई की संख्या बढ़ाने के लिए बटरफ्लाई पार्क बनाया गया है फॉरेस्ट डिपार्टमेंट द्वारा। यहां हमने प्रयास किया है कि बटरफ्लाई के नैक्टर प्लांट भी बढ़ाई जाएं। नैक्टर प्लांट के तौर पर हमने यहां कॉनफोरामा, ग्लोबोसा, कॉसमॉस, गेलार्डिया, कुफिया और हेलियोट्रोपियम इंडिकम, ऐसे कुछ पौधे लगाए हैं जो बटरफ्लाई को बहुज ज्यादा अट्रैक्ट करते हैं।”
फॉरेस्ट गार्ड संतोष भाटी ने कहा कि “कभी कभी मौसम ऐसा होता है कि बटरफ्लाई दिखती नहीं है। लोग कहते हैं बटरफ्लाई नहीं है दिखती नहीं है। तो मैं कहती हूं कि धीरज रखो वो दिख जाएगी आपको। वो अंदर तक घूम कर आते हैं और दिख जाती है उनको। वो आकर खुश हो जाते हैं कि बटरफ्लाई दिखी है हमें। अलग अलग तरह की दिखी है हमें। तो देखते हैं कि इसका रिजल्ट क्या मिलता है हमें। हम कोशिश पूरी कर रहे हैं सबको खुश करने की।”