Rajasthan: राजस्थान के कई हिस्सों में लगातार भारी बारिश से कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चित्तौड़गढ़, टोंक, सवाई माधोपुर, झालावाड़ और कोटा सहित नौ जिलों में प्रशासन ने स्कूल बंद कर दिए हैं।
कोटा जिले की दीगोद तहसील में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए और कई ग्रामीण फंस गए, जिला प्रशासन ने प्रभावित लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू किया है। लोगों ने इलाके में बाढ़ जैसे हालात बनने के लिए खराब जल निकासी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द हालात बेहतर बनाने के लिए कदम उठाने की गुजारिश की है, कोटा के ग्रामीण इलाकों में बचाव के कामों में मदद के लिए सेना को बुलाया गया है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर के कई इलाकों में पानी भर गया है। प्रशासन ने जमा पानी को निकालने के लिए वाटर पंप लगाए हैं। सवाई माधोपुर जिले में गुरुवार रात से हो रही भारी बारिश से भी बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई इलाके पानी में डूबे हैं और सड़कें पानी से भर गई हैं। सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर पटरियां पानी में डूब गई हैं। इससे ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। बारां जिले में भी भारी बारिश जारी है, जिससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। जिला प्रशासन ने हालात को देखते हुए सभी सरकारी और निजी स्कूलों में दो दिन की छुट्टी का ऐलान किया है।
मौसम विभाग ने चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं हफ्ते भर के लिए कम से कम नौ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि तीन-चार दिन हो गए है। लगातार पड़ रही है। रुकी नहीं है। मकान धंस गए हैं, जानवरों को दूसरो के मकान में बांध रखे हैं। पूरा भूस वगैरह जब बिखर गया है, टीन फूट गई है, मकान में कुछ भी नहीं बचा।
“नाले की जो सुविधा है वो बिल्कुल ही खराब है, क्योंकि यहां के सारे नाले जाम हो रहे हैं। इस वजह से यहां पर पानी की निकासी नहीं हो पा रही है और कल यहां पर जो लोहार हैं उन बेचारों के घरों में पानी भर गया है। उनको उधर धर्मशाला में रोका गया है।
काफी अच्छी सुविधा दे रखी है उवको खाने की व्यवस्था हो रही है वैसे तो पर हम प्रशासन से ये कहना चाहते हैं कि यहां के नाले जितने भी हैं इनको क्लीयर करवाया जाए और जब जाकर यहां का पानी टूटेगा और हमारे यहां का तालाब है वो भी टूटने की संभावना में है, तो हम प्रशासन से यही कहना चाहते हैं कि जल्द से जल्द वहां पर बड़ा नाला बनाया जाए।”