Rajasthan: राजस्थान के बीकानेर में तीन दिन का अंतरराष्ट्रीय ऊंट महोत्सव शुरू हुआ, इसका आगाज शहर के लक्ष्मीनाथ मंदिर से रामपुरिया हवेली तक हेरिटेज वॉक से हुआ, इसमें सैकड़ों देशी और विदेशी सैलानियों ने हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न कलाकारों ने लोक संगीत से समां बांध दिया, अधिकारियों ने कहा कि ये महोत्सव लोगों को बीकानेर की समृद्ध विरासत की झलक देखने का मौका देता है। महोत्सव के दौरान होने वाले कई कार्यक्रमों में ऊंटों से जुड़ी विभिन्न प्रतियोगिताएं देखने को मिलेंगी, ऊंट महोत्सव का समापन 12 जनवरी को होगा।
नीदरलैंड से आए पर्यटक ने कहा कि “मैंने इस त्योहार का भरपूर आनंद लिया, बीकानेर महोत्सव नंबर वन, मुझे लगता है कि मैं इस खूबसूरत अनोखे उत्सव में यहां ज़रूर शामिल होऊंगी। मैं पहली बार भारत आयी हूं, मुझे बहुत मज़ा आया, इतने सारे रंग, लोगों को खुश देखना और अच्छा माहौल देखना बहुत अच्छा लगा।”
“ये आश्चर्यजनक है, मैं यहां पहली बार आया हूं और उम्मीद करता हूं कि ये कम नहीं होगा। मैं अभी भी इस पर विचार कर रहा हूं, यहां बहुत कुछ चल रहा है, मुझे ये वास्तव में पसंद है।”
इसके साथ ही पर्यटकों का कहना है कि “स्पेशली इस कैमल फेस्टिव के लिए मैंने बहुत सुना है। मैं बहुत एक्साइटेड हूं। बहुत ही अच्छा लग रहा है यहां आकर। बहुत सुंदर कलर हैं हर जगह। ये हेरिटेज वॉक अपने आप में एक एक्लूसिव चीज है जो देखने हम लोग यहां पर आएं हैं। बहुत अलग-अलग जगह से लोग आए हैं और मैं दिल्ली से स्पेशली इस कैमल फेस्टिव के लिए और बीकानेर बहुत वेलकमिंग है। बहुत अच्छे लोग हैं यहां पर। जितने भी वाइब्रेंट ग्रुप हैं यहां पर एक खुशी है एक माहौल है। मैं बहुत खुश हूं यहां आकर।”
नम्रता वृष्णि, जिलाधिकारी, बीकानेर “आज यह हमारे कैमल फेस्टिवल का पहला इवेंट है और ये एक नया इवेंट है। बीकानेर की विरासत को बचाने का। बीकानेर की हेरिटेज के लिए ये एक हैरिटेज वॉक आज शुरू की है। लोगों का जो इसमें उत्साह और सहयोग है वो बहुत ही मोटिवेटिंग है। हमारे को भी आगे कार्य करने के लिए प्रेरणा देता है।”