Jaipur: देश भर में जन्माष्टमी के भव्य उत्सव की तैयारियों जोरों पर हैं, 400 साल पुराने राजस्थान के जयपुर के जगत शिरोमणि मंदिर में भी खास इंतजाम किए जा रहे हैं। इस मंदिर को अपनी अनूठी परंपरा के लिए जाना जाता है।
मंदिर के पुजारी के मुताबिक ये देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति के साथ उनकी भक्त मीरा बाई की मूर्ति स्थापित है।
कृष्ण जन्माष्टमी मनाने के लिए मंदिर में खास तैयारियां चल रही है। इस मौके पर भगवान के दर्शन और पूजा-पाठ के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के मंदिर पहुंचने की उम्मीद है।
पुजारी बताते हैं कि इस मंदिर को 1599 में जयपुर के महाराजा सवाई मान सिंह प्रथम की पत्नी रानी कनकावती ने अपने 14 साल के बेटे कुंवर जगत सिंह की याद में बनवाया था।
नौ साल चले निर्माण कार्य के बाद ये तीन मंजिला भव्य मंदिर 1608 में बनकर तैयार हुआ, इस साल जन्माष्टमी 16 अगस्त को मनाई जाएगी।
पुजारी गौरी शंकर शर्मा ने कहा कि “विश्व का अकेला मंदिर है, जहां मीरा बाई द्वारा पूजी गई मूर्तियां स्थापित हैं। साथ में कृष्ण भगवान की मूर्तियां स्थापित हैं। और साथ में मीरा बाई हैं, सभी जगह और भी हैं मीरा मंदिर, लेकिन यहां मीरा बाई सेवा में हैं। सामने हैं। यहां इनके साथ विराजे हैं। तो विश्व का अकेला मंदिर है ये।”
“मंदिर में सारे कार्यक्रम के लिए तैयारी हो रही है। यहां बढ़िया तरीके से सजाया जाएगा। भजन भी होंगे। प्रसाद बंटता है। दिन भर उत्सव बना रहता है। शाम को भजनों के साथ रात को 12 बजे भगवान का जन्म किया जाता है। काफी संख्या में लोग आते हैं। उनको प्रसाद भी वितरण किया जाता है। साथ में भगवान का भव्य श्रृंगार होता है। और जन्माष्टमी मनाई जाती है।”