Indo-Pak ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा के बाद पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशकों (DGMO) ने शनिवार शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई है।
विदेश सचिव की ये संक्षिप्त घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ये कहने के तुरंत बाद आई कि भारत और पाकिस्तान अमेरिका की मध्यस्थता में वार्ता के बाद “पूर्ण और तत्काल युद्ध विराम” पर सहमत हो गए हैं। पिछले कई रातों से पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले हो रहे थे, जिन्हें भारतीय रक्षा बलों ने नाकाम कर दिया।
नतीजतन, इलाकों में पूरी तरह से ब्लैकआउट हो गया। संघर्ष विराम की घोषणा के बाद, हाई अलर्ट के बाद दिन में बंद किए गए बाजार शाम को फिर से खुल गए और सामान्य जनजीवन बहाल हो गया। श्रीगंगानगर के स्थानीय निवासियों ने युद्ध विराम के फैसले का स्वागत किया है। स्थानीय किसानों ने कहा कि वे अब बिना किसी डर के घूम सकते हैं और अपने खेतों में काम कर सकते हैं।
किसान रमेश कुमार ने कहा, “पहले तो स्थिति डरावनी तो बहुत ज्यादा थी। हम किसान लोग हैं खेत में हैं काम करते हैं बिजाई का टाइम है। माहौल बढ़िया नहीं है यहां पर। काम करते हैं डर भी लगता है। रात को भी दिखते थे सोते नहीं थे। लेकिन अभी कुछ माहौल ठीक है। जब से फैसला आया है ना उससे हालात ठीक हैं उससे संतुष्ट भी हैं हम। कोई दिक्कत की बात नहीं है अभी।”
स्थानीय निवासी का कहना था, “अभी तो एकदम जो माहौल है वो एकदम शांत है। कोई दिक्कत नहीं है किसी प्रकार की खेती का काम है। खेती का काम है बढ़िया तरीके से चल रहा है। पहले तो डर का माहौल बना हुआ था। लेकिन कल से शांति का माहौल है बिल्कुल। हमारे को तो बढ़िया लग रहा है शांति है बढ़िया जी। माहौल था यहां पर जी काम नहीं करते देते थे। अपने घरों में रहो।शाम को बत्ती आउट करके रखो जी। बस यही था जी। परेशान होते थे।”