Heatstroke: राष्ट्रीय राजधानी में पारा लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में शहर के अस्पतालों में हीटस्ट्रोक यानी लू लगने से बीमार पड़े मरीजों के इलाज के लिए खास सेंटर शुरू कर दिए हैं।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ऐसा ही एक सेंटर बनाया गया है, यह सेंटर गर्मी से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए सभी जरूरी उपकरणों से लैस है।
डॉक्टरों ने लोगों को भीषण गर्मी से बचने के लिए लगातार पानी पीने और नियमित आराम की सलाह दी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को रेड अलर्ट जारी किया था क्योंकि शहर में विभिन्न केंद्रों पर अधिकतम तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस और 45.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया था।
13 जून से लू की तीव्रता कम होने की उम्मीद है। ऐसे में रेड अलर्ट की जगह ऑरेंज अलर्ट जारी हो जाएगा।
आरएमएल डायरेक्टर हीटस्ट्रोक वार्ड के आरएमएल डॉ. अजय चौहान ने कहा कि “मौजूदा गर्मी में आपको काफी पसीना आता है, लेकिन लू की स्थिति में पसीना बेहद कम आता है। लोगों को मतली, उल्टी के लक्षण हो सकते हैं। कुछ लोगों को दस्त, फ्लू जैसे लक्षण, और बेचैनी हो सकती है। इन्हें काफी गंभीरता से लेना चाहिए और फौरन नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि “प्यास लगे या न लगे, उन्हें तापमान को देखते हुए हर 15, 20 मिनट या आधे घंटे में थोड़ा नमक मिलाकर पानी पीना चाहिए। मैं ये भी कहना चाहता हूं कि जीवन को बचाने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक सिर्फ पानी नहीं है। हर 15 से 20 मिनट के काम के बाद उन्हें छायादार जगह पर आराम करना चाहिए। बेहतर होगा कि एसी, अगर वो न हो तो कूलर, जो भी उनके हाथ में आ जाए उसका इस्तेमाल करें।”