Gujarat: गुजरात के जामनगर में चांदीपुरा वायरस के दो नए मामले सामने आए, गुजरात के कृषि मंत्री राघवजी पटेल और विधायक दिव्येश अकबरी ने जिले में फैले वायरस का जायजा लेने और वायरस से जुड़े मामलों के इलाज की तैयारी के लिए जिले के जी. जी. अस्पताल में बैठक की।
फिलहाल राज्य में वायरल इंसेफेलाइटिस के कुल 33 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। इनमें से 30 गुजरात के रहने वाले हैं और तीन बाहर से आए हैं जो राज्य के अस्पतालों में भर्ती हैं। जबकि 260 स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 11,050 घरों के 56,651 लोगों का सर्वेक्षण किया है। गांवों में 4,000 से ज्यादातर कच्चे घरों और मवेशियों के बाड़ों में रोग नियंत्रण के लिए मैलाथियान (कीटनाशक) पाउडर छिड़का गया है।
चांदीपुरा वायरस बुखार की वजह बनता है, इसके लक्षण फ्लू जैसे होते हैं। यह मच्छरों और सैंडफ्लाइज से फैलता है, मध्य भारत में 2003-2004 में इस रोग की वजह से आंध्र प्रदेश और गुजरात में मौत के काफी मामले देखे गए।
डॉक्टरों का कहना है कि “नौ महीने से 14 साल के बच्चों तक में कॉमनली देखी जाती है और इस बीमारी के मुख्य लक्षण में बच्चे को बुखार आता है, उल्टी होती है,पेट मे दर्द होता है, उसको मिर्गी का दौरा या खेंच भी आ सकती है और बेहोश भी हो सकता है।”