Gujarat: छात्रों के लिए कार्ड से खेलना रोजमर्रे की बात हो गई है। इस तरह वे मुश्किल विज्ञान को आसानी से समझ रहे हैं। पजल और क्रॉसवर्ड की चुनौतियां विज्ञान के डायग्राम को सीखना आसान बना रही हैं। टिक टैक, टो, बिंगो और सांप-सीढ़ी जैसे खेल विज्ञान और गणित की पढ़ाई को मानसिक दबाव से दूर रख रहे हैं। यहां बच्चों को विज्ञान और गणित जैसे मुश्किल समझे विषयों से डर नहीं लगता। ये देन है शिक्षिका रेशमाबेन हिरानी की, जिन्होंने खेलों के जरिये इन विषयों की पढ़ाई आसान बना दी है।
बच्चों के लिए विज्ञान के डायग्राम सिर्फ किताबों की तस्वीरें नहीं रह गई हैं। पजल के खेल बच्चों के दिमाग में कौैतुहल जगाते हैं और पेचीदे सिद्धांतों को आसानी से समझने में मदद करते हैं। विज्ञान और गणित पढ़ाने की रेशमाबेन के तरीके की काफी तारीफ हो रही है। स्कूल और जिला प्रशासन उनके तरीके का विस्तार करने में मदद कर रहा है। छात्रों में भी विज्ञान और गणित के प्रति दिलचस्पी बढ़ रही है। अब रेशमाबेन के तरीके से गुजरात के 50 स्कूलों में विज्ञान और गणित की पढ़ाई हो रही है।
शिक्षिका रेशमाबेन हिरानी ने कहा, “कोरोना के बाद बच्चों में देखा गया कि बच्चे मोबाइल का बहुत ज्यादा उपयोग करते थे। गेमिंग खेल के लिए। तो मुझे इससे विचार आया कि जो गेम वो मोबाइल में खेलते हैं वही गेम मैं हार्डबोर्ड में क्यों कंवर्ट नहीं कर सकती? इस विचार से मैंने ये इनोवेशन का, प्रयोग है। वो हाथ धरा है। रिजल्ट में बहुत अच्छा सुधार आया है। और बच्चों को जो साइंस से डर लगता था, विषय के प्रति जो रुचि नहीं थी, वो अब राह देखते हैं कि कब साइंस का पिरिएड आएगा? कब मैम नई तरह से गेम सिखाएगी और नई तरह से विज्ञान पढ़ाएगी?”
छात्रों ने कहा, “हमारे यहां के जो साइंस के टीचर हैं, रेशमाबेन, वो हमें बहुत अच्छी तरह से समझाते हैं। जो प्रश्न हमें समझ नहीं आता, वो विस्तार से समझाते हैं। वो नई प्रवृत्तियां भी करते हैं, जैसे कि टिकटैक है, पजल है। इससे हमें बहुत अच्छा ज्ञान मिलता है। और जो प्रश्न हमें नहीं समझ में आता, वो इस प्रवृत्ति द्वारा हमें पता चल जाता है। पहले मुझे लगता था कि विज्ञान, थोड़ा अगड़ा सा लगता था, पर अभी हम जब बड़े हो रहे हैं तो मुझे लग रहा है कि विज्ञान तो कितना ईजी है।”
“गेम के द्वारा कोई सब्जेक्ट सीख सकता है क्या, उन्होंने इस बात को क्लियर कर दिया है। वो हमें गेम के द्वारा सब्जेक्ट सिखाती हैं, जो कि विज्ञान, सबके मन में ऐसा होता है कि विज्ञान, गणित बहुत अगड़े विषय हैं, पर ऐसा विचार उन्होंने दिमाग में से हमारे निकाल दिया। जिगजैग, बिंगो, आदि गेमों के द्वारा उन्होंने हमारे दिमाग में विज्ञान को बहुत अच्छे से फिट किया, जिसके द्वारा हम बहुत अच्छे से समझ सकते हैं कि विज्ञान बहुत ईजी है।”