Gujarat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर गुजरात के जूनागढ़ जिले में गिर वन्यजीव अभयारण्य में जंगल सफारी का आनंद लिया, सोमनाथ से आने के बाद पीएम मोदी ने सासण में वन अतिथि गृह ‘सिंह सदन’ में रात्रि विश्राम किया।
उन्होंने सोमनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की थी, ये 12 ज्योतिर्लिंगों में पहला ज्योतिर्लिंग है। ‘सिंह सदन’ से प्रधानमंत्री जंगल सफारी पर गए। उनके साथ कुछ मंत्री और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी थे। गिर वन्यजीव अभयारण्य के मुख्यालय सासण गिर में प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (एनबीडब्ल्यूएल) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे।
एनबीडब्ल्यूएल में 47 सदस्य हैं, जिनमें सेना प्रमुख, अलग-अलग राज्यों के सदस्य, इस क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, मुख्य वन्यजीव वार्डन और अलग-अलग राज्यों के सचिव शामिल हैं, बैठक के बाद पीएम मोदी सासण में कुछ महिला वन कर्मचारियों से भी बातचीत करेंगे।
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए ‘प्रोजेक्ट लायन’ के तहत 2,900 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मंजूर की है, एशियाई सिंहों का एकमात्र निवास गुजरात है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि अभी एशियाई शेर गुजरात के नौ जिलों के 53 तालुकाओं में लगभग 30,000 वर्ग किलोमीटर में मौजूद हैं। इसके अलावा एक राष्ट्रीय परियोजना के तहत जूनागढ़ जिले के न्यू पिपल्या में 20.24 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर वन्यजीवों के चिकित्सीय निदान और रोग से बचाव के लिए एक ‘राष्ट्रीय रेफरल केंद्र’ बनाया जा रहा है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि संरक्षण प्रयासों को मजबूत करने के लिए सासण में वन्यजीव निगरानी के लिए उच्च तकनीक युक्त निगरानी केंद्र और एक अत्याधुनिक अस्पताल भी स्थापित किया गया है। पीएम मोदी ने जामनगर के रिलायंस रिफाइनरी परिसर में स्थित पशु बचाव, संरक्षण और पुनर्वास केंद्र ‘वनतारा’ का भी दौरा किया, यह बचाव केंद्र हाथियों और वन्यजीवों के कल्याण के लिए समर्पित है। ये बचाए गए जानवरों को शरण देता है और उनके पुनर्वास और इलाज की सुविधा देता है।