Jammu-Kashmir: भारत में आर्टिलरी गन बनाने के लिए स्वदेशी प्लेटफॉर्म विकसित करने की तरफ भारतीय कंपनी कल्याणी ग्रुप ने कदम बढ़ाया है। कंपनी आर्टिलरी सिस्टम, संरक्षित वाहन, गोला-बारूद, एयर डिफेंस सॉल्यूशन, स्मॉल आर्म्स, मरीन एंड डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नॉलॉजी जैसे उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकी उत्पादों के विकास पर केंद्रित अत्याधुनिक विनिर्माण और इलेक्ट्रॉनिक्स सुविधाएं विकसित करने के लिए बड़े प्रयास कर रही है।
यह पहल धीरे-धीरे डिफेंस टेक्नॉलॉजी में क्रांति ला रहा है, हमारे सशस्त्र बलों के लिए स्वदेशी उत्पादों की डाइवर्स रेंज ऑफर कर रहा है, इनमें हमारी सबसे मॉर्डन कैटेगरी की आर्टिलरी गन हैं। कल्याणी ग्रुप ने आठ नए प्लेटफॉर्म विकसित किए हैं, जिनमें से दो पहले से ही एक्सपोर्ट किए जा रहे हैं।
भारतीय सेना ने ज्यादा प्लेटफार्मों के लिए प्रस्तावों का अनुरोध किया है, जिसे कल्याणी ग्रुप उन्हें जवाब देने और उन्हें शामिल करने के लिए तैयार है। इसके अलावा ऐसे व्हीकल्स की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजार में ज्यादा है जो कि जमीन, हवा और पानी तीनों क्षेत्रों में कारगर हैं।
Jammu-Kashmir: 
जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि “प्रभाविक रूप से हमने स्टॉल को अभी हम लोगों ने वीजिट किया है और मैं कह सकता हूं कि हमारे देश में युवा प्रतिभा की कमी नहीं है। एक बहुत ही सराहनीय निर्णय भारत सरकार ने किया क्योंकि दुनिया की सबसे बड़ी इम्पोर्टर देश हम डिफेंस इक्विपमेंट में हो गए।”