BPSC Protest: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अभ्यर्थियों को उकसाने के मामले में जन सुराज पार्टी के प्रमुख और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के खिलाफ पटना के गांधी मैदान थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर और पाटी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारत सहित 21 नामजद और 600 से 700 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। उन पर छात्रों को उकसाने और हंगामा कराने का आरोप है।
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा पेपर लीक मामले के खिलाफ मुख्यमंत्री आवास तक मार्च निकालने के बाद पटना में प्रदर्शनकारी छात्र जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर के खिलाफ हो गए। छात्रों पर पुलिस के लाठीचार्ज के बाद प्रशांत किशोर ने प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ सीएम आवास तक मार्च निकाला था।
प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार छात्रों के प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा करने के लिए सहमत हो गई है और उन्होंने छात्रों से वहां से चले जाने की अपील की। उन्होंने कहा, “अगर बैठक के बाद भी छात्र संघ और BPSC के छात्र संतुष्ट नहीं होते हैं तो हम बैठकर आगे की कार्रवाई की योजना बनाएंगे।”
हालांकि, इस कदम से छात्र दो हिस्सों में बंट गए क्योंकि कुछ ने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर “राजनैतिक आंदोलन” का नेतृत्व कर रहे हैं। छात्रों ने पटना जिला प्रशासन की तरफ से आयोग के अधिकारियों से बातचीत करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए समय मांगा था।
प्रदर्शनकारी कई दिनों से गर्दनीबाग में धरना दे रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि सभी परीक्षाओं को रद्द करने का आदेश दिया जाना चाहिए, क्योंकि केवल एक केंद्र के लिए दोबारा परीक्षा कराना “समान अवसर” के सिद्धांत के खिलाफ होगा।
अधिकारियों को कहना है कि बिना अनुमति के जुलूस निकाल कर प्रदर्शनकारियों ने जेपी गोलंबर तक सड़क जाम कर दिया था। उस दौरान वहां पर तैनात दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ धक्का–मुक्की भी की गई। लोगों की भीड़ ने प्रशासन द्वारा लगाए गए लाउड स्पीकर को भी तोड़ दिया। प्रशासन द्वारा बार–बार अपील करने के बाद भी इन लोगों ने दिशा–निदेशों का उल्लंघन करते हुए लोक व्यवस्था भंग कर दिया।