Rajasthan: राजस्थान के बारां में मशहूर डोल मेला शुरू हो गया, मेले में भगवान कृष्ण की मूर्ति खास तौर से सजी पालकी में बिठाई जाती है और पूरे शहर में भव्य जुलूस निकाला जाता है। माना जाता है कि तीन दिन चलने वाले डोल मेला की शुरुआत 1680 के दशक के अंत में हुई थी, समय के साथ मेले का विस्तार होता गया।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि “हर साल की तरह इस वर्ष भी जल महाएकादशी पर्व बड़े हर्ष से और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। बारां में ऐसी मान्यता है कि मईया यशोदा जी श्रीकृष्ण को लेकर सरोवर को तट पर जल पूजन के लिए गई थीं। इस उपलक्ष्य में जल महाएकादशी पर्व मनाया जाता है, यह श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के 18 दिन के पश्चात मनाया जाता है।
जिला अधिकारियों के मुताबिक मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूरे बंदोबस्त किए गए हैं। एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि पुलिस और प्रशासन ने मिल करके पूरी माकूल और अच्छी व्यवस्था सुरक्षा के लिए, सुविधा के लिए की है, अब यह मेला 18 दिन चलता है। इस दौरान राजस्थान के अलावा पड़ोसी राज्य गुजरात और दिल्ली से भी लाखों श्रद्धालु मेले का लुत्फ उठाने बारां आते हैं।