Christmas: राजस्थान के अजमेर में ईसाई समुदाय पूरे उत्साह के साथ क्रिसमस मनाने की तैयारी में जुटा है, इस खास मौके के लिए शहर भर के चर्चों को क्रिसमस ट्री, सितारों और रंगबिरंगी रोशनी से सजाया जा रहा है।
आंकड़ों के मुताबिक अजमेर में तकरीबन 10 हजार ईसाई समुदाय के लोग रहते हैं, अजमेर में सदियों पुराने चर्च हैं। इनसे पता चलता है कि अजमेर में ईसाई समुदाय की कितनी समृद्ध विरासत है, शहर के सबसे प्रमुख चर्चों में से एक रॉबसन मेमोरियल चर्च है, जो अजमेर का ऐतिहासिक स्थल माना जाता है।
राजस्थान मशीन फोरम के संयोजक बिपिन बेसिल ने कहा कि “मैं आपको बताना चाहता हूं अजमेर के अंदर जो ईसाई समाज का जो एक बसावट है वो बहुत पुरानी है। बहुत प्राचीन काल से ईसाई समाज के लोग हैं। 11 बड़े चर्च हैं। विभिन्न जो पंथ पाए जाते हैं ईसाई समाज में वो संपूर्ण तरह के पंथ आपको अजमेर के अंदर मिलेंगे। जिसे की हम इंग्लिश में डिनोमिनेशन कहते हैं, करीब हर चर्च की एक हजार के आसपास की मेंबरशिप है तो ऐसे करके अजमेर के अंदर 11-12 हजार ईसाई हैं जिनके अंदर क्रिसमस का फेस्टिवल को सेलिब्रेट किया जाता है।”
इसके साथ ही रॉबसन मेमोरियल चर्च के सचिव राकेश सैमुअल ने बताया कि “यह रॉबसन मेमोरियल कैथेड्रल की जो स्थापना हुई है वो 165 वर्ष पूर्व स्काटिस्ट प्रिसबेटेरियन मिशन के द्वारा यहां पर इसकी स्थापना की गई थी। जैसा कि इतिहास हमें बताता है ये पहले स्कूल था जहां पर मिशन ने समाज के जो छोटे वर्ग के जो बच्चे हैं। समाज के ऐसे लोग हैं जो कि बहुत ज्यादा अपने में सक्षम नहीं हैं उनकी उच्च शिक्षा प्रदान की जाए और धीरे-धीरे ये जो स्कूल था उसके अंदर चर्च का रूप प्रदान किया गया। यहां का जो आर्किटेक्ट स्कॉटिस्ट है उस वक्त में जो स्कॉटिस्ट मिशनरी हुआ करते थे। उनके द्वारा इसको डिजाइन किया गया और बनाया गया है।”