Gujarat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के दौरे पर है, जहां उन्होंने भावनगर में भव्य रोडशो के साथ अपने दौरे की शुरुआत की। हजारों लोगों के स्वागत के बीच पीएम मोदी ने गांधी मैदान पहुंचें, जहां उन्होंने 34,200 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। इनमें ‘समुद्र से समृद्धि’ जैसी योजनाएं शामिल हैं, जो राज्य के आर्थिक विकास को नई दिशा देंगी।
गुजरात में प्रधानमंत्री मोदी ने कई बड़ी विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, इन परियोजनाओं की कुल लागत ₹34,200 करोड़ से ज्यादा है। इनमें ‘समुद्र से समृद्धि’ नामक एक प्रमुख परियोजना भी शामिल है, जिसका उद्देश्य समुद्री क्षेत्र के जरिए व्यापार, रोजगार और विकास को बढ़ावा देना है। पीएम मोदी ने इन योजनाओं को गुजरात और देश के उज्ज्वल भविष्य से जोड़ा और कहा कि इससे आर्थिक तरक्की को नई रफ्तार मिलेगी
पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘समुद्र से समृद्धि’ को पूरे भारत का परियोजना बताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत समेत विश्वभर जो मुझे प्यार मिला है, ये मेरी ताकत है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह ऐसे समय में यहां आए हैं जब पवित्र नवरात्रि का त्योहार शुरू होने वाला है। उन्होंने कहा कि इस बार जीएसटी दरों में कटौती की वजह से बाजार और भी ज्यादा रंग-बिरंगे और जीवंत नजर आएंगे। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं माफी चाहता हूं कि हिंदी में बोल रहा हूं, लेकिन इस कार्यक्रम से देशभर के लाखों लोग जुड़े हैं, इसलिए मुझे हिंदी में बोलना जरूरी है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में त्योहार, कारोबार और देश की अर्थव्यवस्था से जुड़े कई पहलुओं को सरल भाषा में जनता तक पहुंचाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन पर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिभा और सामर्थ्य की कभी कोई कमी नहीं रही, लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस सरकारों ने देश की क्षमताओं को नजरअंदाज किया। पीएम मोदी ने कहा कि देश आजादी के 6-7 दशक बाद भी वह सफलता हासिल नहीं कर पाया, जिसका वह हकदार था। इसके पीछे दो बड़े कारण रहे – कांग्रेस ने देश को लंबे समय तक लाइसेंस-कोटा राज में उलझाए रखा और भारत को दुनिया के बाजारों से दूर कर दिया।
उन्होंने कहा कि इन गलत नीतियों का सबसे बड़ा नुकसान देश के नौजवानों को हुआ, जिन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए पर्याप्त अवसर नहीं मिले। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में वर्तमान सरकार की योजनाओं को युवाओं के भविष्य से जोड़ते हुए उन्हें नई ऊर्जा देने की बात भी कही
विदेशी निर्भरता असली दुश्मन-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत विश्वबंधु की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है और दुनिया में हमारा कोई बड़ा दुश्मन नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर भारत का कोई असली दुश्मन है, तो वह है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता। यही हमारी सबसे बड़ी कमजोरी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम सभी मिलकर इस दुश्मन को हराएं और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करें।
कांग्रेस ने देश की क्षमता को दबाया-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में सामर्थ्य की कोई कमी नहीं है, लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस ने देश की क्षमताओं को नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के 6-7 दशक बीत जाने के बाद भी भारत वह सफलता हासिल नहीं कर पाया, जिसका वह हकदार था। उन्होंने इसके दो मुख्य कारण बताए, पहला, कांग्रेस ने लंबे समय तक देश को लाइसेंस-कोटा राज में उलझाए रखा और वैश्विक बाजारों से अलग-थलग किया। दूसरा, जब वैश्वीकरण का दौर आया, तो सिर्फ आयात का रास्ता अपनाया गया और घोटालों का सिलसिला शुरू हुआ। कांग्रेस की नीतियों ने देश के युवाओं का सबसे ज्यादा नुकसान किया और भारत की असली ताकत को सामने नहीं आने दिया। उन्होंने जोर दिया कि अब समय है कि भारत आत्मनिर्भर बने और दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा हो।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनना है, तो आत्मनिर्भरता ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ देशवासियों का यही संकल्प होना चाहिए कि चिप हो या शिप, हमें सब कुछ भारत में ही बनाना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी सोच के साथ अब भारत समुद्री सेक्टर में नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि समुद्री क्षेत्र को मजबूत करने के लिए एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया है, अब सरकार ने बड़े जहाजों को इंफ्रास्ट्रक्चर (बुनियादी ढांचे) के रूप में मान्यता दे दी है। इस कदम से भारत के समुद्री व्यापार, पोर्ट्स और शिपिंग इंडस्ट्री को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
पीएम मोदी ने कहा कि इसके कारण भारत का अपना शिपबिल्डिंग इकोसिस्टम लगभग खत्म हो गया और विदेशी जहाजों पर निर्भरता मजबूरी बन गई। उन्होंने कहा कि करीब 50 साल पहले भारत का लगभग 40% व्यापार अपने ही जहाजों के जरिए होता था, लेकिन अब यह घटकर सिर्फ 5% रह गया है, इसका मतलब यह है कि आज भारत को अपने 95% व्यापार के लिए विदेशी जहाजों पर निर्भर रहना पड़ता है, जिससे देश को भारी आर्थिक नुकसान होता है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने इसे आत्मनिर्भर भारत के रास्ते में बड़ी रुकावट बताया और देश को फिर से समुद्री शक्ति बनाने की दिशा में कदम उठाने पर जोर दिया।
स्वेदेशी अपनाने की अपील
पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत के लिए हमे सभी क्षेत्रों में एकसाथ काम करना होगा और अब हम जब जानते है कि विकसित भारत का रास्ता आत्मनिर्भर भारत सो होकर गुजरता है। इसलिए हमें याद रखना है कि हम जो भी खरीदे स्वदेशी खरीदे, हम जो भी बेचे वो स्वदेशी हो। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं सभी दुकानदारों से आग्रह करता हूं कि आप अपनी दुकानों पर एक पोस्टक लगाए, जिसमें लिखा हो कि गर्व से कहो ये स्वदेशी है।