Gujarat: गुजरात में भरुच की भूमि बेन चौहान को चमत्कार और दैवीय शक्ति पर अपार भरोसा हो गया है, उन्हें भी एअर इंडिया के उसी विमान से लंदन जाना था, जो हादसे का शिकार हो गया।
संयोग से भूमि अहमदाबाद की ट्रैफिक में अटक गईं। भागम-भाग करते हुए भी उन्हें हवाई अड्डा पहुंचने में 10 मिनट की देरी हो गई, इसी देरी ने उनकी जान बचा ली।
भूमि छुट्टियां मनाने भारत आई थीं, जब तय हो गया कि वह विमान पर नहीं चढ़ सकतीं, तो करीब डेढ़ बजे अहमदाबाद हवाई अड्डे से निकल गईं, चौहान परिवार को राहत भरा सुकून है। साथ ही उन 265 परिवारों के प्रति हमदर्दी है, जिनके करीबियों ने हादसे में जान गंवा दी।
भूमि बेन चौहान ने कहा कि “मेरी फ्लाइट दोपहर 1:10 बजे थी। मैं 12:20 बजे हवाई अड्डे पहुंची। चेक-इन गेट 12:10 बजे ही बंद हो चुका था। इसलिए मैं चेक-इन नहीं कर पाई और वापस लौट गई।उस वक्त मैं सोच रही थी कि अगर मैं थोड़ी देर पहले निकलती तो विमान नहीं छूटती। मैंने एयरलाइन कर्मचारियों से विमान में सवार होने की इजाजत देने का अनुरोध भी किया। मेरी दलील थी कि सिर्फ 10 मिनट देरी हुई है और मैं अंतिम यात्री हूं। लेकिन मुझे इजाजत नहीं मिली।”
भूमि बेन चौहान की मां “मैंने सोचा कि विमान उड़ चुकी है, अचानक वो आ गई और कहा कि चेक-इन में पांच-10 मिनट लेट होने की वजह से उसकी विमान छूट गई। इसलिए उसे लौटना पड़ा। मैंने उसे कर्मचारियों से आग्रह करने को कहा और उसने किया भी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।”
भूमि बेन चौहान के पिता “हम सुरक्षा जांच के लिए पहुंचे तो सोचा कि अब भी ये मुमकिन होगा, लेकिन ईश्वर की मर्जी से हम 10 मिनट देर हो गए। हम बेहद निराश होकर लौटे। जब हादसे का पता चला तो हमने खुद को सांत्वना दिया कि जो भी हुआ, हमारी बेहतरी के लिए ही हुआ। हम ईश्वर से हादसे में पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना करते हैं।”