Gujarat: गुजरात के सूरत में एक हीरा इकाई के 100 से ज्यादा मजदूरों को कीटनाशक युक्त पानी पीने के संदेह में अस्पताल ले जाया गया, पुलिस ने बताया कि श्रमिक फिलहाल निगरानी में हैं।
डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि कपोदरा इलाके में मिलेनियम कॉम्प्लेक्स स्थित अनभ जेम्स के कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर चिकित्सा जांच के लिए इकाई के मालिक द्वारा दो अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया।
ये घटना कीटनाशक से भरा एक फटा हुआ प्लास्टिक बैग पानी के कूलर पर गिरने के कारण हुई। आलोक कुमार ने कहा कि फोरेंसिक टीम पड़ताल कर रही है और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
सूरत सिटी के डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि “अनभ जेम्स नाम की एक फैक्ट्री है, उसमें हीरा घिसने का काम होता है। उसमें हमें ये पता चला है कि किसी अंजान व्यक्ति ने जोकि आसामाजिक तत्व है, उसने पानी पीने की टंकी में जहरीला पदार्थ डाला हुआ था, तो हमें जैसे ही पता चला हम वहां पर गए और हमने देखा कि वहां पर एक एल्युमिनियम सल्फाइट का जो पैकेट है वो पानी में पड़ा हुआ था। लकीली ऐसा हुआ कि एल्युमिनियम का जो पैकेट था उसके अंदर एक और पैकेट था, जिसके कारण वो पूरा मिल नहीं पाया इसलिए उसका असर कम था। इसलिए उतनी हानि नहीं हुई। टोटल 118 लोग हैं जिसमें 104 लोग किरण हॉस्पिटल और 14 लोग डायमंड हॉस्पिटल में भर्ती हैं।”
सूरत एसएमसी कमिश्नर शालिनी अग्रवाल ने कहा कि “सूरत महानगर पालिका की तरफ से मेयर, हमने और सभी टीम हम सभी ने यहां पर हॉस्पिटल में मुलाकात की है। पुलिस की टीम भी हाजिर है। किरण हॉस्पिटल की जो पूरी टीम है वो सभी लोग जो भर्ती हैं उन पर लगातार नजर रख रहेहैं। कोई भी कैजुअल्टी नहीं हुई है , कोई जनहानि नहीं है।”
गुजरात मंत्री प्रफुल पंशेरिया ने कहा कि “जिन बदमाश ने ये काम किया उनको ढूंढने के लिए पुलिस काम कर रही है। रैक्ट्री के मालिक भी अभी यहां मौजूद हैं और एक भई रत्नकला को कुछ दिक्कत न हो इसलिए वो प्रयास करे। मैं ईश्वर का आभार व्यक्त करता हूं कि एक भी रत्नकार को कोई परेशानियां नहीं है। दो आईसीयू में दाखिल किए है वो भी स्वस्थ्य है।”