Gujarat: ‘अहमदाबाद नो रिक्शावालों’ के नाम से प्रसिद्ध रिक्शावाले की कहानी

Gujarat: सोचिए कि आप ऐसे ऑटोरिक्शा में सवार हों, जिसका मीटर न चलता हो, न कोई तय किराया हो और ऑटो चालक पैसे की जगह सद्भावना और प्रेम को ज्यादा तरजीह देता हो। अहमदाबाद की सड़कों पर ऑटो चलाने वाले उदयसिंह जाधव को लोग प्यार से ‘अहमदाबाद नो रिक्शावालों’ के नाम से बुलाते है। वो दशक से भी ज़्यादा समय से ‘गिफ्ट इकॉनमी’ के ज़रिए सफर तय करने को परिभाषित कर रहे हैं। उनका चमकीले सजावटी ऑटोरिक्शा में सिर्फ़ सफर का साधन नहीं है। इसमें एक मिनी-लाइब्रेरी, स्नैक्स और कई तरह की दूसरी सुविधाएं भी हैं, जो साधारण ऑटो की सवारी को शानदार और असाधारण अनुभव में बदल देती हैं।

सफर के आखिर में हर सवारी से किराया मांगने के बजाय जाधव मुसाफिरों को एक लिफ़ाफ़ा थमाते हैं कि उन्हें मजबूरी में नहीं, बल्कि दिल से सफर के पैसे देने हैं। जाधव के अनुसार उनके अनूठे नजरिए ने कई मशहूर हस्तियों को उनके ऑटोरिक्शा की ओर खिंचा है और सब ने उनके बेमिसाल ऑटो रिक्शा का शानदार अनुभव लिया है। उदय सिंह जाधव अहमदाबाद में एक जाना-पहचाना चेहरा हैं। उनका गांधीवाद से प्रेरित नजरिया और गर्मजोशी से भरे व्यवहार ने लोगों को उनका मुरिद बना दिया है। कई लोगों के लिए वो महज एक ड्राइवर हैं तो कई लोगों के लिए उससे कहीं ज़्यादा। वो उदारता और उम्मीद की किरण हैं, जो साबित करते हैं कि एक साधारण सवारी पर भी वो कभी न भूलने वाला प्रभाव छोड़ सकते हैं। जिन यात्रियों ने उदय सिंह की उदारता देखी है, उनका मानना ​​है कि दुनिया को उनके जैसे और अधिक निस्वार्थ और दयालु लोगों की जरूरत है।

ऑटोरिक्शा चालक उदयसिंह जाधव ने कहा, “मैं 15 साल के ऑटो चला रहा हूं, 2010 में चालू किया। देखते ही देखते आज 15 साल हो गया। मुझे भी मालूम नहीं पड़ा तो बस एक आनंद आता है। कुछ करने की भावना जो जागृत होती है तो ऑटो भी ऐसा है कि ऑटो के अंदर डस्टबिन से, लाइब्रेरी है, सॉफ्ट बोर्ड है। बच्चे लोग बैठते हैं तो उनके लिए चॉकलेट रखता हूं। उससे भी छोटा है, बच्चा है। मम्मी को परेशान करता है तो उसके लिए ट्वॉय्स है। अंदर पानी की बोतल है, नाश्ता रखता हूं, फैन है। रीडिंग लाइट है और उतरने के बाद बोलते हैं कि कितना पैसा हुआ तो बोलता हूं कि ‘यू पे फ्रॉम योर हार्ट’। आप अपने लिए नहीं पे कर रहे हो किसी और के लिए पे कर रहे हो। इसी मकसद से 15 साल से ऑटो चल रही है।”

“कई सारे जैसे सेलिब्रिटी आए, जैसे महानुभाव, संत भी। कई सारे संतों ने भी मुलाकात की। जैसे अमिताभ बच्चनजी, जो ब्रांड अंबेसडर हैं हमारे गुजरात के। तो उन्होंने भी मुलाकात की। आशा पारेखजी आए, परेश रावलजी आए, चेतन भगतजी आए, काजोल जी ने मुलाकात की। परमपूज्य श्री मोरारी बापू जी आए, शिवानंद सरस्वती स्वामी जी आए, देवकीनंदन ठाकुर जी ने मुलाकात की। ऐसे कई सारे महानुभाव ने मुलाकात की।

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