Gujarat: ‘नमो श्री योजना’ राज्य की माताओं और बच्चों को बना रही है सशक्त

Gujarat: गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाली पद्मा बेन को जब पहली बार अपनी गर्भावस्था के बारे में पता चला तो उन्हें इस पर होने वाले खर्च, अपनी सेहत और बच्चे के पोषण की चिंता सताने लगी। हालांकि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही नमो श्री योजना ने उनके बोझ को हल्का कर उनकी हर चिंता को दूर कर दिया। सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में उनकी सुरक्षित डिलीवरी हुई और तीन महीने बाद उनके खाते में 3,000 रुपये जमा हो गए। चार किस्तों में मिली कुल 12,000 रुपये की वित्तीय मदद से उन्हें जरूरी दवाएं, पौष्टिक भोजन और उचित देखभाल का खर्च उठाने में मदद मिली।

राजकोट की रहने वाली वैशाली चावड़ा के लिए नमो श्री योजना ने सिर्फ वित्तीय मदद नहीं की बल्कि ये उनके लिए एक जीवन रेखा जैसी है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने हर हफ्ते उनकी स्वास्थ्य जांच में मदद की, पोषण संबंधी मार्गदर्शन दिया और उनके और उनके बच्चे के लिए टीकाकरण सुनिश्चित किया। लाभार्थियों को वित्तीय मदद के साथ-साथ आयरन और कैल्शियम की खुराक, जरूरी मेडिकल टेस्ट और प्रसव के बाद देखभाल भी मिलती है।

सरकार द्वारा शुरू की गई नमो श्री योजना से अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा और भावनगर में एक लाख 20 हजार से ज्यादा महिलाओं को फायदा हुआ है और अब तक 500 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को उनकी पहली दो गर्भावस्थाओं के दौरान चार किस्तों में 12,000 रुपये सीधे उनके बैंक खाते में मिलते हैं।

ये योजना मातृ और शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए वित्तीय सहायता, स्वास्थ्य सेवा, टीकाकरण और पोषण देती है। अगर कोई महिला गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो वो अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र, आशा कार्यकर्ता या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पास जाकर पंजीकरण करा सकती है। ऑनलाइन नामांकन के बाद, उसको मिलने वाली वित्तीय मदद चार किस्तों में जमा की जाएगी। नमो श्री योजना सिर्फ एक योजना नहीं है बल्कि ये गुजरात की माताओं और बच्चों के लिए स्वास्थ्य, पोषण और बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने का एक जरिया है।

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