Ahmedabad: देश भर में महात्मा गांधी की 155वीं जयंती मनाई जा रही है, इस मौके पर अहमदाबाद मैनेजमेंट एसोसियेशन ग्राउंड पर अनूठी प्रदर्शनी लगाई गई है।
प्रदर्शनी में महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी दुर्लभ कलाकृतियां और यादगार सामान दिखाए जा रहे हैं। विजिटरों को महात्मा गांधी से जुड़े कई सामान देखने को मिल रहे हैं। इनमें महात्मा गांधी के सम्मान में जारी किए गए 100 देशों के 475 डाक टिकटों का दुर्लभ संग्रह और गांधी जी को दिखाती टाइम पत्रिका का कवर भी शामिल है। टाइम में महात्मा गांधी पर शुरुआती तीन पन्ने में आर्टिकल था।
इनके अलावा महात्मा गांधी की तस्वीर वाले स्मारक सिक्के, दुर्लभ करेंसी नोट और 200 साल पुराना चरखा भी है। गांधीजी ने इसी चरखे पर खादी कातना सीखा था, भारी संख्या में लोकल और सैलानी पहुंच रहे हैं। इसका मकसद युवा पीढ़ी को महात्मा गांधी के जीवन और सिद्धांतों से जोड़ना है।
ऑर्गेनाइजर एग्जीबिशन धिमंत पुरोहित ने कहा कि “गांधी जी से जुड़ी चीजें रखी गई है यहां, आप देखिए मेरे पीछे चरखा है 200 साल पुराना ओरिजनल चरखा है। जिसके ऊपर खुद गांधी जी ने चरखा कातना सीखा। सबसे ज्यादा मुझे लगता है अगर अट्रैक्शन का केंद्र है इस एग्जीबिशन में दो तीन दिनों से ये रहा है उसके साथ साथ गांधी जी के ओरिजनल ऑटोग्राफ है, अलग-अलग भाषा में जिसमें पोस्टर स्टेशनरी हो, स्टैंप हो 100 से ज्यादा देशों ने गांधी जी के पोस्टर स्टैंप निकाले।”
इसके साथ ही कहा कि “गांधी जी मुझे लगता है इकलौते दुनिया भर में हैं जिनके इतने सारों देशों ने अपने दिल में और पोस्टर, स्टैंप पर जगह दी। गांधी जी के अपने न्यूज पेपर हैं, 1948 के ओरिजनल न्यूज पेपर हैं। गांधी जी की हत्या के बाद हमारे पास टाइम्स ऑफ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस मुंबई समाचार हो और सबसे बड़ा अट्रैक्शन लोगों के लिए हो तो वो टाइम्स मैगजीन है। तीन बार गांधी जी को टाइम्स मैगजीन ने अपने कवर पर जगह दी और उसमें 1930, 1931 और 1947 में तो गांधी जी को पर्सन ऑफ द ईयर बनाया था।”